Saturday, October 11, 2025

एक नवजागरण है मेरा भारत



चित नई बुलंदियों पर आज मेरा भारत,

कि बिन कहे ही दे रहा स्वयं को पहचान मेरा भारत|

ये मेरा देश है या विशेष की नित नयी तरंगें ,

कि जन जन जाग चुका है कि, सिरमौर है मेरा भारत |


गाँवों के तालाबों से शहर तक का सफर,

जो कल तक अनजान अँधेरे रास्तों की गोद में था ,

आज वो रास्ते पंच महाभूतों से तय करता हुआ ,

उज्जवल रास्तों का मील का पत्थर सा मेरा भारत|


ये विकसित भारत की परिकल्पना कोई कल की बात नहीं,

यह वो भारत है जो आज को कल से बेहतर बनाता है,

ये युवा, दीन, नारी और अन्नदाता का मेरा भारत ,

समावेशित भागीदारी से बनता हुआ, दो हजार पैंतालीस का "विकसित भारत"|


इस भारत का नागरिक है सहभागी ज़िम्मेदार ,

जो बाह्य रूप से प्रबल ही नहीं अंदर से है सशक्त ,

देश में शिक्षा, स्वास्थ्य, नारी सशक्तिकरण 

का अलख जगाता ये भारत, 

एक युग है, एक नवजागरण है, आज का मेरा भारत... 


@सौर 








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